प्रिय पाठक स्वागत है आपका Sleman-fottball के एक नये आर्टिकल में इसमें हम, ऊतक के बारे में और जानेंगे कि ऊतक किसे कहते हैं (Utak Kise Kahate Hain) साथ ही हम ऊतक के प्रकार भी पढेंगे-
ऊतक किसे कहते हैं (Utak Kise Kahate Hain)
वे कोशिकाएँ जो आकृति में एक समान होती हैं तथा किसी कार्य को एक साथ संपन्न करती हैं, इन्हीं कोशिकाओं का समूह ऊतक कहलता है।
अथवा
किसी भी जीव में कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते हैं। ऊतक का अध्ययन हिस्टोलॉजी कहलाता है। हिस्टोलॉजी के जनक मालगिलि को बोलते हैं।
ऊतक के भाग
पादप स्थिर होते हैं और वे गति नहीं करते हैं, इसलिए उन्हें सीधा खड़ा होना होता है अतः उनमें बड़ी मात्रा में सहारा प्रदान करने वाले ऊतक होते हैं। ये सहारा प्रदान करने वाले ऊतक प्रायः मृत कोशिकाओं के बने होते हैं।
जबकि, जंतु भोजन, साथी और आश्रय की खोज में इधर-उधर विचरण करते हैं। ये पौधों की अपेक्षा ऊर्जा का अधिक उपभोग करते हैं। जंतुओं के अधिकांश ऊतक जीवित होते हैं। इसलिए दोनों की क्रिया भिन्न होने के कारण पादप और जंतुओं में ऊतक भिन्न-भिन्न प्रकार के होते हैं।
जंतु ऊतक (Animal Tissue)
जंतु ऊतक 4 प्रकार के होते हैं –
- संयोजी ऊतक (Connective Tissue)
- तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue)
- पेशीय ऊतक (Muscular Tissue)
- उपकला या एपीथीलियमी ऊतक (Epithelial tissues)
संयोजी ऊतक (Connective Tissue)
संयोजी ऊतक नाम से ही स्पस्ट हो रहा है कि यह ऊतक मानव शरीर में एक अंग को दूसरे अंग से जोड़ने का कार्य करता है। यह प्रत्येक अंग में पाया जाता है। यह ऊतकों का एक विस्तृत समूह है। संयोजी ऊतकों का विशिष्ट कार्य संयोजन करना, अंगों को आच्छदित करना तथा उन्हें सही स्थान पर रखना है। जैसे-अस्थि, रक्त, लसिका तथा वसा इत्यादि,
तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue)
यह उत्तेजित कोशिकाएँ होती हैं, तंत्रिका ऊतक की कोशिकाएँ बहुत शीघ्र उत्तेजित होती हैं और इस उत्तेजना को बहुत ही शीघ्र पूरे शरीर में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाती हैं। मस्तिष्क, मेरुरज्जु तथा तंत्रिकाएँ सभी तंत्रिका ऊतकों की बनी होती हैं।
तंत्रिका ऊतक की कोशिकाओं को तंत्रिका कोशिका या न्यूरॉन कहा जाता है। न्यूरॉन में कोशिकाएँ केंद्रक तथा कोशिकाद्रव्य (साइटोप्लाज्म) होते हैं। इससे लंबे, पतले बालों जैसी शाखाएँ निकली होती हैं।
पेशीय ऊतक (Muscular Tissue)
पेशीय ऊतक संकुचनशील होता है, यह ऊतक लंबी कोशिकाओं का बना होता है जिसे पेशीय रेशा (muscle fibre) भी कहा जाता है। मांसपेशियाँ इसी ऊतक की बनी होती हैं। पेशियों में एक विशेष प्रकार की प्रोटीन होती है, जिसे सिकुड़ने वाला प्रोटीन कहते हैं, जिसके संकुचन एवं प्रसार के कारण गति होती है।
उपकला या एपीथीलियमी ऊतक (Epithelial Tissues)
जंतु के शरीर को ढकने या बाह्य रक्षा प्रदान करने वाले ऊतक एपिथीलियमी ऊतक हैं। जंतु की त्वचा इसी ऊतक से बना होता है। एपिथीलियम शरीर के अंदर स्थित बहुत से अंगों और गुहिकाओं को ढकते हैं।
ये भिन्न-भिन्न प्रकार के शारीरिक तंत्रों को एक-दूसरे से अलग करने के लिए अवरोध का निर्माण करते हैं। त्वचा, मुँह, आहारनली, रक्त वाहिनी नली का अस्तर, फेफड़ों की कूपिका, वृक्कीय नली आदि सभी एपिथीलियमी ऊतक से बने होते हैं।
पादप ऊतक (Plants Tissue)
जैसा की हम सभी जानते हैं कि पादप स्थिर होते हैं और वे गति नहीं कर सकते अतः इनके ऊतक भी जंतु ऊतक से भिन्न होते हैं। पौधों में वृद्धि कुछ निश्चित क्षेत्रों में ही होती है। ऐसे में पादप ऊतकों को दो भागों में विभाजित किया जाता है।
- विभाज्योतकी ऊतक (Meristematic tissue)
- स्थायी ऊतक (Permanent tissue)
विभाज्योत्तक ऊतक (Meristematic tissue)
विभाज्योतक प्रमुखतः तीन प्रकार के पाए जाते हैं जो निम्नलिखित हैं-
शीर्ष विभाज्योत्तक (Apical meristem)
यह ऊत्तक पादप के शीर्ष भाग और जड़ों की कोशिकाओं में पाया जाता है, यह पौधे की “प्राथमिक वृद्धि” के लिए उत्तरदायी होता है, इस ऊतक का निर्माण प्राथमिक विभज्योतिकी के द्वारा होता है।
पार्श्व विभाज्योत्तक (Lateral meristem)
यह तने और जङ की मोटाई तथा पौधे की “द्वितीयक वृद्धि” के लिए उत्तरदायी होता है, यह कॉर्क कैम्बियन के रूप में छाल (Bark) के नीचे पाया जाता है।
अन्तर्वेशी (intercalary meristem)
यह ऊतक किसी पौधे की Node (गांठ) के पास नई शाखा / पत्तियों के निकलने के लिए उत्तरदायी ऊतक यही होता है, अन्तर्वेशी विभज्योतक ऊतक पर्वसंधियों पर पाए जाते है। यह घास कुल (चावल, मक्का, गन्ना इत्यादि) के पौधो में पाए जाते हैं।
स्थायी ऊतक (Permanent tissue)
विभज्योतक द्वारा बनी कोशिकायें जब विभाजित होने की शक्ति को खो देती हैं तो यह स्थायी ऊतक का निर्माण करती हैं। इस प्रकार एक विशिष्ट कार्य करने के लिए स्थायी रूप और आकार लेने की क्रिया को विभेदीकरण कहते हैं।
विभज्योतक की कोशिकाएँ विशिष्टीकृत होकर विभिन्न प्रकार के स्थायी ऊतक का विकास करती है। स्थायी ऊतक मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं। सरल और जटिल ऊतक
सरल ऊतक (Simple Tissue)
एपिडर्मिस के नीचे कोशिकाओं की कुछ परतें होती हैं। जिसे सरल स्थायी ऊतक कहते हैं। यह पतली कोशिका भित्ति वाली सरल कोशिकाओं का बना होता है। पैरेन्कइमा सबसे अधिक पाया जाने वाला सरल स्थायी ऊतक है।
यह ऊतक प्रायः बंधन मुक्त होते हैं तथा इस प्रकार के ऊतक की कोशिकाओं के मध्य काफ़ी रिक्त स्थान पाया जाता है। यह ऊतक भी 3 प्रकार के होते हैं-
- म्रदोत्क ऊतक (पैरेन्काइमा)
- स्थूलोत्क ऊतक (कोलेंकाएम)
- दरनोत्क ऊतक (स्कलेरेंकैमा)
जटिल ऊतक (Complex Tissue)
जटिल ऊतक एक से अधिक प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बने होते हैं और ये सभी एक साथ मिलकर एक इकाई की तरह कार्य करते हैं। जाइलम और फ़्लोएम इसी प्रकार के जटिल ऊतकों के उदाहरण हैं।
इन दोनों को संवहन ऊतक भी कहते हैं और ये मिलकर संवहन बंडल का निर्माण करती हैं। संवहन ऊतक जटिल पौधों की एक विशेषता है, जो कि उनको स्थलीय वातावरण में रहने के अनुकूल बनाती है।
जटिल ऊतक को दो समूहों में वर्गीकृत किया गया है-
- जाइलम (Xylem)
- फ्लोएम (Phloem)
जाइलम (Xylem)
जाइलम एक ऐसा जटिल स्थाई ऊतक है जो संवहन बंडल के अन्दर पाया जाता है। जाइलम जल के संवहन में प्रमुख भूमिका अदा करता है। रसारोहण की क्रिया जाइलम के भीतर से होती है।
फ्लोएम (Phloem)
फ्लोएम एक ऐसा जटिल स्थाई ऊतक है जो बंडल के अन्दर पाया जाता है। इसे बास्ट (bast) भी कहा जाता है। इसका मुख्य कार्य पत्तियों ध्दारा बनाये गये कार्बनिक भोज्य पदार्थ का संवहन पोधों के अन्य भाग तक करना हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –
ऊतक क्या है?
किसी भी जीव में कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते हैं। ऊतक का अध्ययन हिस्टोलॉजी कहलाता है। हिस्टोलॉजी के जनक मालगिलि को बोलते हैं।
ऊतक कितने होते हैं?
ऊतक जंतुओं में 4 तथा पादप में दो प्रकार के ऊतक होते हैं।
ऊतक का जनक कौन है?
ऊतक का अध्ययन हिस्टोलॉजी कहलाता है। हिस्टोलॉजी के जनक मालगिलि को बोलते हैं।
Conclusion and Disclaimer:
इस आर्टिकल में आपने पढ़ा कि, ऊतक किसे कहते हैं (Utak Kise Kahate Hain), हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी आवश्य समझ आयी होगी कि, ऊतक किसे कहते हैं? इस लेख के बारे में अपने विचार आवश्य कमेंट करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ते रहने के लिए the eNotes को टेलीग्राम पर फॉलो करें।
the eNotes रिसर्च के बाद जानकारी उपलब्ध कराता है, इस बीच पोस्ट पब्लिश करने में अगर कोई पॉइंट छुट गया हो, अथवा स्पेल्लिंग मिस्टेक हो, या फिर आप किसी अन्य प्रश्न का उत्तर ढूढ़ रहें है तो उसे कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछें, अथवा हमें theenotes.com@gmail.com पर मेल करें।