कीबोर्ड क्या है? (2023) Keyboard Kya Hai?

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका sleman-football के एक नए आर्टिकल में, इस आर्टिकल में हम पढेंगे कि कीबोर्ड क्या है-Keyboard kya hai? इस लेख से पहले हमने पढ़ा था कि मॉनिटर क्या है? तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि कीबोर्ड क्या है-Keyboard kya hai?

इस आर्टिकल के हेडलाइन पढ़ें –  show 

कीबोर्ड क्या है-Keyboard kya hai?

कीबोर्ड टाइपराइटर की तरह दिखने वाला एक इनपुट डिवाइस है, कीबोर्ड का प्रयोग कंप्यूटर टेक्स्ट टाइप करने या कमांड देने के लिए किया जाता है। यह सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली इनपुट डिवाइस है। इसकी मदद से हम कम्प्यूटर में डाटा या सूचनाएँ इनपुट करते हैं।

कीबोर्ड में कुंजियाँ (Keys) होती हैं, इसमें कुंजियों को दबाकर कोई भी टैक्स्ट या किसी भी तरह के चिह्न टाइप किए जा सकते हैं। अधिकांश कीबोर्ड में 104 कुंजी होते है, लेकिन कुछ स्पेशल या मल्टीमीडिया कीबोर्ड में जरुरत के अनुसार अधिक बटन भी हो सकते हैं।

कीबोर्ड की कुंजियों के प्रकार

कीबोर्ड के कुंजियों को मुख्य 4 भागों में बांटा गया है।

(1) अल्फाबेटीक कुंजी

अल्फाबेटिक कुंजी के अंतर्गत A से Z तक के सभी अक्षरों के साथ-साथ कुछ विराम चिह्न भी होते हैं।

कीबोर्ड क्या है - न्यूमेरिक कुंजी
कीबोर्ड क्या है – न्यूमेरिक कुंजी

(2) न्यूमेरिक कुंजी-

न्यूमेरिक कुंजी को न्यूमेरिक कीपैड भी कहा जाता है, इसमें में 0 से 9  तक की संख्या होती है। न्यूमेरिक कीपैड का प्रयोग कंप्यूटर में संख्या लिखने के लिए किया जाता है।

(3) फंक्शन कुंजी-

कीबोर्ड पर F1 से F12 तक के कीज को फंक्शन कीज कहा जाता है। हर फंक्शन कीज का अलग-अलग एप्लीकेशन सॉफ्टवेर में अलग-अलग कार्य होता है। यहाँ फंक्शन कीज के मुख्य कार्यों को बताया गया है।

F1- F1 कीज का प्रयोग किसी भी प्रोग्राम में हेल्प विंडो ओपन करने के लिए किया जाता है।

F2- F2 प्रयोग किसी भी फाइल या फोल्डर को रीनेम (नाम बदलने) के लिए किया जाता है।

F3– F3 का अधिकतर इस्तेमाल विंडोज फाइल एक्स्प्लोरर में  Search Option Active करने के लिए किया जाता है।

F4- F4 का अधिकतर इस्तेमाल विंडोज फाइल एक्स्प्लोरर में  Address Bar Active करने के लिए किया जाता हैं।

F5- F5 का प्रयोग विंडो या वेब पेज को रीलोड करने तथा कंप्यूटर को रिफ्रेश करने के लिए किया जाता है।

F6– F6 का प्रयोग किसी भी ब्राउज़र के एड्रेस बार में जाने के लिए किया जाता है।

F7- F7 का प्रयोग MS Word में स्पेल्लिंग और ग्रामर चेक के लिए किया जाता है।

F8- कंप्यूटर ऑन करते समय F8 का प्रयोग करके आप बूट मेनू आप्शन में जा सकते हैं।

F9- F9 का प्रयोग आउटलुक में ईमेल भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

F10- F10 का प्रयोग किसी भी प्रोग्राम में मेनू बटन को हाईलाइट करने के लिए किया जाता है।

F11- F11 के प्रयोग से आप किसी भी ब्राउज़र में फुल स्क्रीन को ओपन और क्लोज किया जा सकता है।

F12- F12 का प्रयोग MS Word में डॉक्यूमेंट सेव करने के लिए किया जाता है।

(4) कर्सर मूवमेंट कुंजी

कर्सर मूवमेंट कुंजी में 4 नेवीगेशन (ऐरो कीज) कुंजी के साथ-साथ पेज-अप, पेज-डाउन, इंड और होम बटन होते हैं।

ऐरो कीज- इन कुंजियों का इस्तेमाल कर्सर को कण्ट्रोल करने तथा अप ऐरो का इस्तेमाल पेज अप तथा डाउन ऐरो का इस्तेमाल पेज डाउन करने के लिए किया जाता है।

पेज अप कीज- पेज अप कीज क इस्तेमाल पेज को अप करने के लिए किया जाता है।

पेज डाउन कीज- पेज डाउन कीज क इस्तेमाल पेज को डाउन करने के लिए किया जाता है।

इंड कीज- इंड कीज का इस्तेमाल सबसे आखिरी पेज पर जाने के लिए किया जाता है।

होम कीज- होम बटन को पहले पेज पर जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

इनके अतिरिक्त भी कीबोर्ड में कुछ कुंजियाँ होती हैं जिन्हें कामन, स्पेशल कुंजी या  कहते हैं। जैसे

बैक स्पेस की- इस कुंजी का प्रयोग कंप्यूटर में लिखते समय हुयी गलतियों को मिटाने तथा फाइल एक्स्प्लोरर में बैक जाने के लिए किया जाता है।

शिफ्ट की- शिफ्ट की एक मॉडिफायर कुंजी है, जिसका प्रयोग हमेशा किसी अन्य कीज के साथ होता है। जैसे शिफ्ट के साथ अल्फाबेटिक कीज को प्रेस करके हम कैपिटल लेटर में टाइप कर सकते हैं। इसके अलावां कीबोर्ड के जिस भी बटन पर दो चिह्न होते हैं, उन्हें शिफ्ट के साथ दबाने पर ऊपर वाली वैल्यू छपती है।

डिलेट की- डिलेट की के प्रयोग से हम किसी भी सेलेक्ट हुए फाइल या फोल्डर को डिलीट कर सकते हैं, इसके साथ है कंप्यूटर में कुछ लिखते समय  अगर कोई गलती हो जाये तो इसकी मदद से हम कर्सर के दायीं ओर के वैल्यू को मिटाता है।

विंडोज की- कीबोर्ड पर यह कुंजी विंडोज के लोगों की तरह दिखती है, कंप्यूटर में यह एक मेनू की तरह काम करता है, यहाँ कंप्यूटर में इनस्टॉल किये गए किसी भी प्रोग्राम को ओपन किया जा सकता है।

एंटर की- एंटर की का इस्तेमाल लिखते समय लाइन बदलने तथा सेलेक्ट किये गए फाइल या फोल्डर को ओपन करने के लिए किया जाता है। यह OK बटन की तरह काम करता है।

कैप्स लॉक की- कैप्स लॉक की के इस्तेमाल से कैपिटल लेटर चालू या बंद किया जाता है।

स्पेस बार की- स्पेस बार की का प्रयोग लिखते समय दो शब्दों के बीच जगह छोड़ने के लिए किया जाता है।

एस्केप की- कीबोर्ड पर यह सबसे पहला बटन होता है, इसका प्रयोग कैंसिल करने या खुले हुए विंडो को क्लोज करने के लिए किया जाता है।

अल्ट की- अल्ट की एक स्पेशल की है इसके साथ कुछ नम्बरों के इस्तेमाल से अलग-अलग चिह्न टाइप किये जा सकते हैं। जैसे Alt + 0169 दबा के © चिह्न लिखा जा सकता है। Alt के साथ शिफ्ट दबाने से कीबोर्ड कि भाषा बदल सकते हैं।

टैब की- टैब की के इस्तेमाल से लिखते समय एक साथ 3 से 4 स्पेस छोड़ सकते हैं इसके अलावां इसके प्रयोग से चुने हुए ऑब्जेक्ट को बदल स्कते हैं।

कंट्रोल की- यह भी एक मॉडिफायर कुंजी है, इसका प्रयोग हमेशा किसी दुसरे बटन के साथ किया जाता है। जैसे-Ctrl + A एक साथ दबाने से सब कुछ एक साथ सेलेक्ट किया जा सकता है। Ctrl + C दबाने से सेलेक्ट हुए ऑब्जेक्ट को कॉपी किया जा सकता है।

लेआउट के अनुसार कीबोर्ड के प्रकार

लेआउट के अनुसार कीबोर्ड 3 प्रकार के होते हैं- QWERTY,  AZERTY, और DVORAK कीबोर्ड

1. QWERTY लेआउट कीबोर्ड-

इस कीबोर्ड का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है, इस कीबोर्ड के अल्फाबेटिक कीज के पहले रो में Q W E R T Y U I O P, दुसरे रो में A S D F G H J K L तथा तीसरे रो में Z X C V B N M होता है।

Keyboard kya hai - QWERTY
Keyboard kya hai – QWERTY

2. AZERTY लेआउट कीबोर्ड-

इस कीबोर्ड के अल्फाबेटिक कीज के पहले रो में A Z E R T Y की होती है। इस कीबोर्ड का ज्यादातर इस्तेमाल फ्रांस में होता है, इसे फ्रेंच भाषा को आसानी से लिखने के लिए डेवलप किया गया था ।

Keyboard kya hai - AZERTY
Keyboard kya hai – AZERTY

3. DVORAK लेआउट कीबोर्ड-

जब सबसे पहला कीबोर्ड बना था तो उसमे अल्फाबेटिक कीज क्रम (A B C D E F) से होते थे जिससे लिखते समय काफी दिक्कत होती थी, तब जाके QWERTYबना लेकिन वाशिंगटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर August Dvorak टाइपिंग एरर पर थीसिस लिख रहे थे, उन्होंने बताया की QWERTY कीबोर्ड को बदलने की आवश्यकता है।

Keyboard kya hai - DVORAK
Keyboard kya hai – DVORAK

जिसके बाद 1930 के दशक में टाइपिंग स्पीड बढ़ाने और टाइपिंग एरर को कम करने के लिए DVORAK लेआउट कीबोर्ड डिज़ाइन किया गया था। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि इस कीबोर्ड से टाइपिंग करते समय कम उंगली (Finger Motion) गति की आवश्यकता होती है।

आपने क्या सिखा-

इस आर्टिकल में आपने पढ़ा की Keyboard kya hai? कीबोर्ड क्या है, इसके साथ ही आपने कीबोर्ड की कुंजियों के बारे में जाना है और आपने यह भी जाना की कीबोर्ड कितने प्रकार के होते है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी आवश्य समझ आई होगी। इसी तरह के और आर्टिकल पढने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करे।

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